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Showing posts from October, 2015

Interior Design Updates by Rishabh Shukla

Looking forward to metamorphose your House to Home .......... Just  Read these great articles by Tremendously Talented and eminent Interior designer, Painter & Author Mr. Rishabh Shukla (Co-Owner of Swapnil Saundarya Label) Rishabh Shukla is an Indian freelance Interior Designer, Artist and Design Entrepreneur, studied Interior Design at INIFD, Delhi and graduated top of his class ( Maintained ' o ' grade ). He specializes in Interior Design Journalism and fine art. Rishabh has worked in the design Industry since 2007 in the areas like Interior Design , Art & Colour Consultancy , Retail Design & Visual Merchandising , Art Appreciation, Product Designing, Writing & Design blogging .Rishabh created a business for himself in this niche market as an Interior Design Writer and Principal Designer of Rishabh Interiors & Arts ( est. 2013 ) collaborating with his clients to create beautiful living places and working freelance as an Interior D...

Fashion & Lifestyle Columns by Swapnil Shukla

Check out this wonderful and insightful collection of Fashion and Lifestyle Columns by  Renowned and Tremendously Talented Jewellery & Fashion Columnist Miss Swapnil Shukla ( Owner of SWAPNIL  SAUNDARYA  LABEL ) ............ Swapnil Shukla is an Indian  Jewellery Designer, Couturier ,Columnist and Artist . She specializes in trends Forecasting, Lifestyle, Fashion, Gemology , Art and Astrology. After graduating from South Delhi Polytechnic for Women , New Delhi ( First with Distinction ) , she studied export management and start working as freelance designer and undertook jewellery design projects.She also worked as Design Columnist for many Nationalized Magazines and started the  famous and highly traffic grabber fashion & Lifestyle blog 'Swapnil Saundarya' available in English as well as in Hindi  . Swapnil has also authored a book  ‘Gehne – The ...

The Dark Truth :: Story ~ 2nd

मेरी परी    प्रिय सुनील , कैसे हैं आप ? आशा करती हूँ कि आप दिन प्रतिदिन अपनी नई नौकरी में तरक्की की सीढ़ी चढ़ रहे होंगे और एक दिन सफलता की नई इबादत लिखेंगे. आपके हर ख्वाब जल्द पूरे हों , ऐसा मैं ईश्वर से हर रोज प्रार्थना करती हूँ . आपको जानकर  खुशी होगी कि आपकी बेटी आज पूरे 07 माह की हो गई है. 'मेघा ' की नटखत हरकतें मुझे मेरे बचपन की याद दिला देती हैं. काश आप भी यहाँ होते तो मेघा की मासूम किलकारियों , उसकी मासूमियत को महसूस कर हर्षोल्लास से भर उठते और शायद मेघा के साथ - साथ मुझे भी आपका साथ मिल जाता . माँजी भी सकुशल हैं पर शायद अभी भी मुझसे ख़फा हैं. उन्हें मुझसे आशा थी कि मैं उनकी पीढ़ी को आगे बढा़ने के लिए उन्हें एक पुत्र  दूँगी. पर यह मेरे हाथ में नहीं. अमूमन लोगों के घर यदि पुत्र नहीं पुत्री जन्म लेती है तो लोग ' लक्ष्मी ' कह कर उस नवजात शिशु का स्वागत करते हैं. पर माँजी जिस नफरत व घृ्णा से मेरी मासूम मेघा को देखती हैं, मेरी रुह काँप उठती है और न चाहते हुए भी मेघा के जन्म के समय की वो कड़वी यादें परत दर परत मेरी आँखों के समक्ष खुलती जाती हैं. मुझे आज ...

The Dark Truth

चप्पल और औकात    प्रिय सुनील, आप को यह पत्र लिख जरुर रही हूँ पर इसे आपको भेजूँगी नहीं क्योंकि आप विदेश में अपने कार्य में व्यस्त हैं . आपके कंधों पर हमारी पूरी ज़िम्मेदारी है जिसे आप भली- भाँति संभाल रहे हैं व निभा रहे हैं. आपने विदेश जाने से पूर्व मुझे समझाया था कि आपकी माँ को मैं अपनी माँ समझूँ , आपकी भाभियों को अपनी सगी बहनों से भी अधिक मान- सम्मान दूँ. आपके भाईयों को अपने बेटों की भाँति प्रेम करुँ और सभी का ख्याल रखूँ , सबकी संपूर्ण निष्ठा श्रृद्धा भाव से सेवा करुँ. पर शायद मैं आपकी आशाओं पर खरी नहीं उतर पा रही हूँ. निरंतर कोशिशों के बावजूद मैं आपके परिवार की नज़रों में एक अच्छी बहू, देवरानी या भाभी आदि नहीं बन पा रही हूँ. हर रोज मुझे अपनी आत्मा को मारना पड़ रहा है. मैं हर पल घुट रही हूँ . मैं रुपवती नहीं, मैं गुणवान नहीं , मैं आपके लायक नहीं , मेरी काली ज़ुबान है ... मेरी नज़र पड़ने के कारण आपके परिवार वालों की खुशियों को नज़र लग गई...... इन बातों को सुन- सुन कर मैं, थक गई हूँ. पूरी कोशिश करती हूँ कि माँजी के दिशा- निर्देश के अनुसार रसोईघर में खाना बनाऊँ, साफ- सफाई...